घर जाऊं कि न जाऊं?
कुत्ते को पाला,
मैंने, बिल्ली को पाली,
बिल्ली के कटोरे से,
खाने लगा कुत्ता,
बिल्ली गुर्राने लगी,
कुत्ते से अच्छा,
सोचा- यही होना था,
आगे चली ये दुनिया,
कल कुत्ता अपने कटोरे पर,
बिल्ली वापस म्याऊँ,
बहुत डर लगता है,
घर जाऊं,
कि न जाऊं?
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bahut khub likha ji very nice
जवाब देंहटाएंविचारणीय बात ...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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जवाब देंहटाएंगहन अनुभूति
सुंदर
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों